लेखनी प्रतियोगिता -शब्दों के पंख
#नॉन स्टाप
शब्दों के पंख
शब्दों के पंख होते कितना अच्छा होता,
तेरे मेरे शब्द मन को छू जाते ।
शब्द कभी प्रेम बरसाते,
मिश्री से वह बन जाते।
मीठे शब्द हृदय को भाते,
हृदयग्राही वह बन जाते ।
किसी के शब्द कर्कश से होते,
दिल में घाव बढ़ा है करते ।
शब्दों के कभी घाव भरे ना,
जख्म चोट के सब भर जाते ।
काश शब्दों के पंख होते ,
छोड़कर कहीं और चले जाते।
दिल में पीड़ा उत्पन्न ना करते,
उडकर शब्द वापस चले जाते।
मीठे से वापस आ जाता,
शब्दों की क्या बात कहूं मैं,
अर्थ का अनर्थ वह कर जाते।
पंख होते तो अच्छा होता,
सबके साथ सच्चा होता।
शब्दों की महिमा है भारी,
जब बोलो सोच समझकर बोलो।
उर में पीडा तुम मत घोलो।
रचनाकार ✍️
मधु अरोरा
9.7.2022
# नॉनस्टॉप प्रतियोगिता हेतु
Palak chopra
29-Sep-2022 10:28 PM
Nice 🌺🙏💐
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Seema Priyadarshini sahay
11-Jul-2022 04:21 PM
बहुत ही खूबसूरत
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shweta soni
10-Jul-2022 01:22 PM
Sunder rachana 👌
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